AMAN AJ

Add To collaction

अंतरिक्ष युद्धम 14

    एक विचार

    
    इस दौरान पूरे 1 घंटे का वक्त बीत चुका था। पहरेदारी में खड़े तीनों एलियंस काफी देर से राज और मिशा को होलोग्राम देखते हुए देख रहे थे। उनमें से एक एलियंस आगे आया और उसने राज से जिकनोर को छिन लिया। फिर उसे फर्श पर पटका और पैरों तले रौंद दिया।
    
    राज के मुंह से यकायक चिल्लाहट भरी आवाज निकली‌ "यह तूने क्या किया" पर उस एलियंस को कहां सुनने वाला था। उसने राज को घूर कर देखा और वापस अपनी जगह पर चला गया। उसके जाने के बाद फर्श पर जिकनोर के बचे हुए टुकड़े ही थे। यह सब इतनी जल्दी हुआ की राज और मिशा बस देखते ही रह गए। ‌ "अफसोस, वह एक अच्छा डिवाइस था, Maybe जिकनोर वासियों के पास उसका बैकअप हो।" मिस्टर रावत बोले। सभी को जिकनोर के टूटने का उतना ही दर्द था जितना दर्द किसी मोबाइल फोन के टूटने पर होता है। अभी तो और भी कई सारे सवालों का जवाब जानना बाकी था।
    
    जिकनोर के टूटने के बाद चारों ओर सन्नाटा फैल गया और तीनों धरतीवासी खामोश होकर रह गए। बाहर की हवा भी मंद पड़ चुकी थी क्योंकि अब उसकी छुं छुं की आवाज बंकर में नहीं गुजं रही थी। मस्तिष्क में जिकनोर की बताई गई बातों के हल्के-फुल्के विचार घूम रहे थे, साथ में उसके दिखाएंगे होलोग्राम के दृश्य भी।
    
    आखिरकार उनकी पूरी गैलेक्सी पृथ्वी की गैलेक्सी से कोसों अलग थी। पृथ्वी की गैलेक्सी, यानी दुग्ध मखैला में अभी तक इस तरह की अव्यवस्था नहीं थी, और ना ही वहां किसी ताकतवर प्रजातियों ने जन्म लिया था। संयोगवश वैज्ञानिकों को भी अभी तक गैलेक्सी में किसी और सभ्यता के होने के प्रमाण भी नहीं मिले। सच में, बड़ी और खतरनाक प्रजातियों के बीच में रहना कितना मुश्किल भरा काम है। हर वक्त आपको ताक़तवर प्रजातियों से बच कर रहना पड़ता है, उस काम को करने में परहेज रखना पड़ता है जो बड़ी प्रजातियों को अच्छा ना लगे। लेकिन यह तो एक तरह की सच्चाई है, जो ज्यादा ताकतवर होता है उसका रोब और क्षमता उतनी ही ज्यादा होती है, वह भले किसी विकसित प्रजाति की हो या किसी विकसित ग्रह की, या फिर किसी विकसित देश की ही क्यों नहीं। अगर कोई देश विकसित है और शक्तिशाली है तो संभवत वह कमजोर और दूसरे देशों की तुलना में ज्यादा ताकतवर होगा, और ताकतवर होने के कारण उसकी बात सभी के लिए मायने रखेगी। यह चीज सिर्फ एक ग्रह है या अंतरिक्ष के किसी एक भूभाग पर देखने को नहीं मिलती, बल्कि इसका वर्चस्व संपूर्ण अंतरिक्ष पर है। चाह चीज सजीव है या निर्जीव, ताकतवर का बोलबाला हमेशा ज्यादा ही रहता है। ब्लैक होल, किसी सिंपल तारे के गुरुत्वाकर्षण को ना के बल समझता है। और एक सिंपल सा तारा किसी ग्रह के गुरुत्वाकर्षण को तुल्य हिन मानता है। जो ताकतवर है उसका साम्राज्य होगा और जो कमजोर है उसे या तो साम्राज्य में संतुलन स्थापित कर रहना पड़ेगा या फिर, विनाश या खात्में जैसी दूसरी चीजों के ऑप्शन पर विचार करना होगा। लेकिन प्रकृति, प्रकृति भी अपने आप में अलग हैं। उसने कभी भी ताकतवर और कमजोर चीजों में मतभेद नहीं किया, शायद यही वजह है कि संतुलन हमेशा किसी ना किसी तरीके से हर एक संभव जगह पर कायम हो ही जाता है। वह भले इन गैलेक्सी कि आठ ताकतवर प्रजातियों के बीच हो, या फिर किसी बड़े तारे के इर्द-गिर्द चक्कर लगाते ग्रह के बीच। प्रकृति ने ताकतवर और कमजोर चीज के बीच के सामव्य को खत्म करने के लिए जो हल निकाला है वो शायद संतुलन ही है। फिर इसके अलावा एक बात और थी जो मायने रखती है, अगर कोई प्रजाति ताकतवर है तो उसकी जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती है, और उसकी यह जिम्मेदारियां उसे किसी तरह के राजा या देवता की तरह पेश आने पर मजबूर करती है। अगर वह खुद को देवता की तरह नहीं दिखाएगा तो शायद ही लोग उसकी बातों को मानें या उसकी बातों पर विश्वास करें। और अगर कोई सच में देवताओं जैसा है तब तो उस पर जिम्मेदारीयां और बढ़ जाती है। गैलेक्सी के 8 लॉर्ड जो किसी बड़े देवताओं के तुल्य थे, उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का अच्छे से निर्वाह करते हुए संविधान की स्थापना की और फिर उन्हें लागू किया। क्योंकि वह जानते होंगे, अगर वो मुख्य हैं तो उन्हें मुख्यों जैसा ही फैसला करना पड़ेगा।

  
धरती वासियों का रेस्क्यू  
    
    अचानक कुछ अजीब हरकते हुई। बाहर खड़े एलियंस में से एक हट्टा कट्टा मोटा एलियंस धमधम करते हुए अंदर आया। उसके चेहरे पर अजीब सी शिकन थी। ‌अंदर आने के बाद वह उन एलियंस के पास आया और कुछ बोला।‌ क्योंकि अबकी बार जिकनोर नहीं थी इसलिए उसका ट्रांसलेशन नहीं हो पाया। बोलने के बाद वो अपनी पीठ के पीछे लटके किसी लाल रंग के गैजेट को संभालने लगा। वो उसकी बंदूक थी। उसके ऐसे करने के बाद तीनों एलियंस ने भी अपने अपने हथियार निकाल लिए। सब हथियारों की दिशा बाहर दरवाजे की तरफ थी और सभी एलियंस चौकन्नी रहने वाली अवस्था में आ गए थे।
    
    "कुछ हो रहा है क्या..??" मिशा ने राज से पूछा। ऐसे लग रहा था जैसे सामने के एलियंस अभी कुछ ही देर में किसी तरह की लड़ाई लड़ने वाले हैं। उनके हथियारों के निकालने का मतलब यही बनता था। जल्द ही वातावरण में एक आवाज गूंजने लगी। यह स्पेसशिप की आवाज थी लेकिन जानी पहचानी। आवाज को सुनते ही राज को पता चल गया यह 4J की एलियन स्पेसशिप है। वही खतरनाक स्पेसशिप जिसका सामना पृथ्वी पर कोई भी नहीं कर सका था। वो लोग उनका रेस्क्यू करने के लिए आए हैं। धीरे-धीरे ध्वनि की तीव्रता बढ़ने लगी और फिर कम होकर उसकी आवृत्ति एक समान हो गई। स्पेसशिप बाहर हवा में रुकी होगी। जल्द ही छत पर भी अलग-अलग तरह की आवाजें होने लगी। ऐसे लग रहा था जैसे छत पर भारी-भरकम फौज उतर रही है। सभी की सभी आवाजें कदमों की थी। अंदर खड़े एलियंस और चौकन्ने हो गए और हर उस दिशा की तरफ बंदूक तानने की कोशिश करने लगे जहां से आवाज आ रही थी। कभी ऊपर, कभी दाएं तो कभी बाएं। फिर उन सबका ध्यान अचानक सामने की तरफ चला गया जब एक धमाके के साथ पूरा का पूरा गेट उड़ते हुए उनकी तरफ आ गिरा।
    
    वह लोग टनल को छोड़ते हुए सीधे दीवार के पीछे आए और उन्होंने दीवार का कवर ले लिया। राज और मिशा टनल के सामने ही थे लेकिन रेलिंग से बंधे होने के कारण वह लोग इधर-उधर गति कर सकते थे। मिस्टर रावत के साथ राज ने मिशा को सामने से हटाते हुए टनल से दूर कर दिया। दोनों पक्षों में गोलाबारी होने लगी। अब यह पुख्ता हो गया था कि राज ने जो भी सोचा था वो सही था। दीवार के पीछे झुकने वाले एलियंस अभी थोड़े फायदे में थे क्योंकि कोई भी गोली उन्हें नहीं लग रही थी लेकिन सामने से होने वाले हमलों का भी जवाब नहीं था। वहां से लगातार इतने सारे फायर हो रहे थे कि एलियंस को अपना मुंह तक बाहर निकालने को समय नहीं मिल रहा था। अचानक सामने से जोर्ज दिखाई पड़ा जो फायर करता हुआ टनल में आगे बढ़ा जा रहा था। उसके पीछे जनडोर ग्रह में गुरु जीवा की रक्षा करने वाली जनडोर ग्रह की मादाएं थी जिनकी संख्या 4 थी। सब एक के बाद एक फायर कर रहे थे ताकि वह लोग टंनल में उनका रास्ता ना रोक। हमले से बचाव के लिए लाल रंग के एलियंस ने अपनी कमर पर बंदा किसी ग्रेनेड जैसा दिखने वाला टुकड़ा निकाला और उसे टंनल की ओर फैंक दिया। जॉर्ज अपने चार साथियों के साथ सावधान हो गया और उसने अपना हाथ ढाल की तरह इस्तेमाल करते हुए आगे कर दिया। दरअसल जॉर्ज ने हाथ पर भारी भरकम गैजेट उठा रखा था जो सामने की तरफ करते ही शील्ड में बदल गया। जबरदस्त धमाका हुआ और टनल की दीवारें हिल गई। टंनल की दीवारें ही नहीं आपुति पूरा बंकर हिल गया था। ऐसे ही कुछ छोटे-छोटे धमाके बंकर की छत पर भी हुए थे लेकिन उन्हें जनडोर ग्रह की फौज ने किया था जो अंदर जाने के लिए रास्ता बना रहे थे। धमाकों के बाद कई सारे सिपाही रसिया के माध्यम से सीधे फैक्ट्री में आ उतरे। लाल रंग के एलियंस को अब दोनों ही तरफ मोर्चा संभालना पड़ रहा था। लेकिन वह इतने सारे हमलो को कवर नहीं कर सकते थे। इसी बीच जॉर्ज बड़े मोटे वाले एलियंस के करीब पहुंच चुका था। उस मोटे एलियंस ने डिवाइस उसकी तरफ किया और फायर करने के लिए आगे बढ़ा पर जॉर्ज ने तेजी दिखाते हुए उसके डिवाइस की दिशा दूसरी तरफ कर दी। एक बड़ा लेजर हमला फैक्ट्री की बाई दीवार पर हुआ और वह ताश के पत्तों की तरह ढहने लगी। कुछ ही देर में फैक्ट्री गिरने वाली थी। जॉर्ज उस मोटे एलियन से लड़ाई में व्यस्त हो गया और पीछे के चारों सिपाही बाकी के तीनों एलियन से। जनडोर फौज पर अब हमला करने वाला कोई नहीं बचा था वह लोग तीनों धरती वासियों के करीब आए और उनकी हथकड़ियों को लेजर गन से तोड़ते हुए रस्सियों के साथ ऊपर ले जाने लगें।

    
 नोर्कस ग्रह से रवानगी
   
    सभी धरती वासी 4J की स्पेसशिप में आ चुके थे। स्पेसशिप के सामने का दरवाजा अभी भी खुला हुआ था जिससे नीचे के दृश्य साफ-साफ दिख रहे थे। जिकनोर वासियों की एक टुकड़ी समाडां ग्रह के एलियंस को तबाह कर रही थी। हालांकि हमलें दोनों ही ओर से किए जा रहे थे। सभी एलियंस के हाथ में जो डिवाइस थे उनसे अलग अलग रंगों की लेजर फायर निकल रहे थे। जिस किसी से भी लेजर फायर टकरा रहा था उसका शरीर पलक झपकते ही राख में बदल रहा था। अचानक जॉर्ज भी बंकर से बाहर निकलता हुआ दिखाई दिया। वह अपने हाथ के इशारे से जिकनोर की इस छोटी सी टुकड़ी को वापस स्पेस में जाने के लिए कह रहा था। उसका इशारा मिलते ही लड़ने वाली टुकड़ी एक के बाद एक अपनी पीठ के पीछे लगे जैकपेक से हवा में उड़ने लगी। वह अपनी इस कला में इतने माहिर थे कि तूफान के बावजूद उनका संतुलन नहीं बिगड़ रहा था। सभी ने तेजी से रिस्पांस किया और मात्र 45 सेकेंड के समय के अंदर अंदर नीचे लड़ रहे 20 जिकनोर सिपाही स्पेसशिप में आ गए। सभी के आने के बाद जॉर्ज ने भी अपना जैकपैक चालू किया और वह भी हवा में उड़ता हुआ स्पेसशिप के अंदर आ गया। राज, मिशा और मिस्टर रावत को पीछे हटने के लिए कहा गया क्योंकि वह लोग स्पेसशिप का दरवाजा बंद करने वालें थें।‌ लड़ाई में जिकनोर वासी भी किसी से कम नहीं थे। जितनी तेजी से हमला समाडां ग्रह के लोगों ने किया था उतनी ही जल्दी रिस्पांस जिकनोर‌ वासियों ने दिया।
    
    जॉर्ज स्पेसशिप के अंदर आते ही पायलट रूम की तरफ चला गया। दरवाजे के पास मौजूद कुछ एलियंस धरती वासियों का स्वास्थ्य देख रहे थे। वह सफेद तार के बने किसी डिवाइस को शरिर पर लगाकर दिल की धड़कनों का जायजा होलोग्राम से ले रहे थे। उनकी आपस में कुछ खुसर पुसर भी जारी थी, पर वो लोग क्या कह रहे हैं यह पता नहीं चल रहा था। राज सीधे वहां से पायलट रूम की तरफ चला गया जहां जॉर्ज स्पेसशिप को मेन्यूली कंट्रोल करके ग्रह से बाहर निकालने वाला था। वह जॉर्ज के पास गया और बोला। उसकी आवाज में एक दवाब भरा भारीपन था। "क्या तुम्हें पता था हम लोग यहां हैं..."
    
    उसके बोलते ही जॉर्ज उसे अजीब सी नजरों से देखने लगा। वह कुछ बड़बड़या और मेन्यूली कंट्रोल सिस्टम से हटकर पास के ड्रॉ के पास चला गया। वहां उसने ड्रॉ खोला और उससे वैसा ही डिवाइस निकाला जैसा उसके पास था। फिर उसे राज की तरफ फेंक दिया। राज के हाथों में जाते ही डिवाइस से आवाज आई।
    
    "हेलो, मैं हूं जिकनोर... हिंदी भाषा समझने के लिए तैयार' इसके बाद उसने वही शब्द कहे जो धरती से आने के बाद कहे थे। जनडोर भाषा का रूपांतरण हिंदी में और हिंदी भाषा का रूपांतरण जनडोर भाषा में।
    
    डिवाइस की बात खत्म होते ही जॉर्ज बोला "हां, तुम क्या बोल रहे थे...."
    
    "वो मैं कह रहा था की क्या तुम लोगों को मालूम था हम यहां हैं...??"उसने अपने दोनों हाथ हवा में फैला दिए थे जो आमतौर पर इंसान सवाल पूछते वक्त फैला लेता हैं।
    
    "तुम्हें हम कहीं भी ढूंढ सकते .....लेकिन अभी निकलना जरूरी है तो आगे की सवाल बाद में ही पूछना"
    
    "ओह.. हां...ठिक है" कहता हुआ राज उसके पास आकर उसके बगल में ही खड़ा हो गया।
    
    सामने स्क्रीन पर अभी भी नोर्कस ग्रह का रेतीला रेगिस्तान दिख रहा था। तूफान का आवेग बढ़ चुका था और अब वो उतने ही आवेग में था जितना पहले था। हालांकि जॉर्ज की स्पेसशिप फुटबॉल के मैदान जितनी बड़ी थी ऐसे में हवाएं उसका कुछ भी बिगाड़ नहीं पा रही थी। पृथ्वी पर भी स्पेसशिप की मजबूती ने मिसाइलों के हमले तक को नेस्तनाबूद कर दिया था। फिर स्पेस में भी इसने करोड़ों किलोमीटर का सफर पार किया था जिसके बाद उसकी ताकत को कम आंकना, बिल्कुल बेवकूफाना होगा। स्पेसशिप के नीचे के चारों लांचर अभी भी स्पेसशिप को हवा में खड़े किए हुए थे। क्योंकि यहां लांचर पैड नहीं थे इसलिए स्पेसशिप जमीन पर उतरी नहीं थी। वो पहले भी हवा में थी और अब भी हवा में। स्पेसशिप के लांचर से पहले धुआं निकला और फिर नीले रंग की रोशनी, इसके बाद उसने स्पेसशिप को एक झटका दिया और उसे ऊपर की तरफ धकेल दिया। स्पेसशिप अंतरिक्ष की ओर जाने लगी। मध्यम गति से आगे बढ़ते हुए स्पेस शिप नोर्कस ग्रह के वायुमंडल वाले वातावरण को चीरते हुए बाहर अंतरिक्ष में आ गई। अब यहां से नोर्कस ग्रह के दृश्य फिर से मंगल ग्रह जैसे दिखने लगे थे। लाल रंग का घुमता हुआ ग्रह जो सिर्फ एक खत्म होने वाले के तारे की परिक्रमा कर रहा था। किसी खत्म होने वाले तारें की परिक्रमा करना भी अपने आप में ही एक खतरा है क्योंकि तारे का खात्मा बहुत दर्दनाक होता है। या तो वो प्लाज्मा विस्फोट से फट जाता है या फिर किसी ब्लैक हॉल में बदलकर आसपास की सब चीजों को निगल लेता है। तारे के खत्म होने का तीसरा तरीका भी जिसमें वह धीरे-धीरे अपनी रोशनी खोता है और फिर किसी पिघलती चटानी लावा का रूप धारण कर लेता है। वैसे यह बहुत कम ही देखने को मिला है लेकिन कहीं-कहीं ऐसा भी होता है।
    
    स्पेसशिप को मेन्यूली कंट्रोल करते वक्त जॉर्ज के चेहरे पर शिकन की लकीरें थी। ऐसे लग रहा था जैसे वह किसी चीज को लेकर परेशान है और राज भी इस चीज को उसके चेहरे पर देख पा रहा था। ऐसे में राज से पूछे बिना रहा नहीं गया। वैसे उसकी और जॉर्ज की दोस्ती अभी हुई नहीं थी लेकिन फिर भी राज जॉर्ज से इतना तो वाकिफ था ही कि सवाल जवाब कर सकें। राज ने पूछा "मुझे ऐसा क्यों लग रहा है तुम थोड़े से परेशान हो..... क्या कोई दिक्कत आने वाली है"
    
    "हां" जॉर्ज ने जवाब दिया "पर तुम्हें उन सब की टेंशन लेने की कोई आवश्यकता नहीं" और फिर राज को इस मसले से दूर रहने को कहा।
    
    "क्या मतलब... मुझे जानने का हक है" राज हटी अंदाज में बोला
    
    "तुम जानना चाहते हो..." जॉर्ज ने राज को आंख दिखाई। जैसे वो जो भी बताने वाला है उसे बताने के बाद यहां कोई बहुत बड़ा धमाका होगा।
    
    "हां... मैं जानना चाहता हूं" राज ने जवाब जानने के लिए अपने मस्तिष्क के सारे दरवाजे खोल दिए।
    
    "तो सुनो ... यहां से 3000 किलोमीटर की दूरी पर गुरु वुवान की स्पेसशीप जिस से बचकर निकल पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.... गुरु वुवान के वहां होने का मतलब है.... मौत... क्योंकि धर्मगुरु को कोई नहीं हरा सकता" जॉर्ज ने आखिरकार बताकर धमाका कर ही दिया। फिर उसमें स्क्रीन की तरफ देखा और स्कैनिंग दोबारा की। स्कैनिंग साफ-साफ बता रही थी कि यहां से 3000 किलोमीटर की दूरी पर एक स्पेसशिप खड़ी है। फिर उससे निकलने वाली लाल रंग की वृत्ताकार तरंगे उसके पास आने की ओर इशारा कर रही थी। 


    
    
    अंतरिक्ष में गुरु वुवान से सामना
    
    "लेकिन इस स्पेसशिप में तो प्रकाश गति से भी तेज उड़ने की तकनीक है..." राज यह बताते हुए खुद पर गर्व महसूस कर रहा था।
    
    "अहां...." जॉर्ज राज की तरफ झुक पड़ा‌ " यहां के बच्चे भी प्रकाश गति से ज्यादा की रफ्तार से स्पेसशिप उड़ाते हैं.... और वह बच्चे नहीं"
    
    "धर्मगुरु है...." जोर्ज की बात राज ने पूरी की। अब उसके चेहरे पर भी शिकन आ गया था। मिशा और मिस्टर रावत भी पायलट रूम में पहुंच चुके थे। उन्होंने उस और आते हुए वह बातचीत भी सुन ली थी जिसमें कहा गया की धर्मगुरु उनकी और आ रहे हैं। इसका सिर्फ एक ही मतलब बनता है। धर्मगुरु कि स्पेसशिप और जोर्ज की स्पेसशिप आपस में टकराएगी। मिशा और मिस्टर रावत की सांसे भी गले में ही अटक गई।
    
    "धर्मगुरु तो भगवान की तुल्य होते हैं उनसे मुकाबला कैसे" मिशा अंदर आते हुए बोली
    
    जोर्ज ने कोई जवाब नहीं दिया।
    
    "लेकिन हमें कुछ ना कुछ तो सोचना पड़ेगा..." जब जोर्ज ने जवाब नहीं दिया तब राज बोला।
    
    "तुम लोग फिलहाल मुझे शांति बख्सों" जॉर्ज के कहने में हल्का सा गुस्सा था। उसके सामने की स्थिति बिगड़ी हुई थी ऐसे में इतना गुस्सा आना जायज था।
    
    राज और मिशा दोनों खामोशी से पीछे हट गए और वहां जाकर देखने लगे जॉर्ज क्या कर रहा है। मिस्टर रावत भी उनके पास जाकर खड़े हो गए। अब सारी की सारी जिम्मेदारी जॉर्ज के कंधे पर थी। स्पेसशिप का कप्तान वो था और अगुवाई भी उसे करनी थी। धर्मगुरु के सामने उसे यहां नायक की भूमिका निभानी थी, जो संभवत मुश्किल काम लग रहा था।
    
    जॉर्ज की स्पेसशिप के अंदर की स्क्रीन दिखा रही थी की दूरी अब 1500 किलोमीटर रह गई है। धीरे धीरे स्पेसशिप की छत पर लगे स्पीकर्स में इस चीज का उच्चारण भी होने लगा।
    
    "दूरी 1500 किलोमीटर"
    
    "दूरी 1200 किलोमीटर"
    
    "दूरी 1000 किलोमीटर"
    
    जैसे-जैसे दूरी कम हो रही थी वैसे वैसे स्पेसशीप में मौजूद हर एक शख्स के दिल की धड़कनें बढ़ती जा रही थी। हजार किलोमीटर की दूरी वैसे तो ज्यादा थी पर अंतरिक्ष में यह दुरी एक छोटा सा पैमाना मात्र थी।
    
    स्पीकर आखरी बार गूंजे " दुरी 500 किलोमीटर"
    
    इसके बाद कोई आवाज नहीं आई। जॉर्ज की नजर स्क्रीन पर गढ़ गई। उसने स्पीकर को मेन्यूली दोबारा रिपीट करने के लिए कहा।
    
    स्पीकर ने रिपीट किया "दूरी 500 किलोमीटर"
    
    "गुरु वुवान का स्पेस शिप आगे नहीं आ रहा। वह 500 किलोमीटर की दूरी पर रुक गया।" जॉर्ज बोला और स्क्रीन पर स्केनिंग वाले दृश्य हटा कर उसे उस दिशा में फॉक्स कर दिया जिस और गुरु वुवान की स्पेस शिप खड़ी थी। कैमरे की नजर उस और पड़ते ही पहली बार गुरु वुवान की स्पेसशिप का नजारा आंखों के सामने आया।
    
    उनकी स्पेसशिप का जो प्रतिबिंब उभर कर आ रहा था उसे पायलट रुम के सामने की स्क्रीन पर देखा जा सकता था। उनकी स्पेसशिप जॉर्ज की उस स्पेसशिप से भी 2 गुना ज्यादा बड़ी थी जिस पर होने मात्र के लिए राज खुद पर गर्व कर रहा था। उनकी स्पेसशिप के दाएं और बाएं दोनों सिरों पर नुकीली चीजें आगे की ओर निकली हुई थी जो उसे ऐसा आकार दे रहा था जैसे कोई बाज पंख फैलाकर आसमान में खड़ा हो। स्पेसशिप के आगे का हिस्सा भी निकल कर बाहर की ओर आ रहा था। कल्पना में इसे बाज ही माना जा सकता है, बस यह बाज धातु का बना हुआ था और आधुनिक प्रणालियों द्वारा संचालित होता था। स्पेसशिप के ऊपर मिसाइल लांचर लगे हुए थे लेकिन वैसे ही मिसाइल लांचर जॉर्ज की स्पेस शिप पर भी थे। पर एक चीज थी जो दिल को अशांत रहने के लिए मजबूर करती थी... स्पेसशीप के आगे वाले हिस्से एक गोल आकार की पाइप निकली हुई। इस तरह के पाइप पहले कभी देखने को नहीं मिली। वह देखने से ही एक खतरनाक हथियार लग रहा था। पाइप की त्रिज्या 5 मीटर से भी ज्यादा होगी। जॉर्ज ने एक पल के लिए भी स्क्रीन से नजरें नहीं हटाई। गुरु वुवान के स्पेसशिप के लांचर अभी भी प्लाज्मा उगल रहे थे। जॉर्ज ने स्पेसशिप की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को आदेशात्मक स्वर में कहां
    
    "मुझे बताओ सामने की स्पेसशिप में कोई हलचल हो रही है या नहीं?? क्या तुम्हें कुछ ऐसा दिखाई दे रहा है जिससे हमें खतरा हो??"
    
    "स्पेसशिप को स्केन किया जा रहा है...." आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने जवाब दिया और गुरु वुवान की स्पेसशिप को स्केन करने लगी। स्केनिंग को पूरा होने में ज्यादा टाइम नहीं लगा। मात्र 2 मिनट बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिजल्ट के साथ दोबारा हाजिर थी।
    
    "स्केनिंग से पता चला है कि वह लोग हमले की तैयारी कर रहे हैं.... गुरु वुवान से आने वाला रेडिएशन की तीव्रता बढी है... वह अपनी क्षमताओं को मिसाइल के जरिए स्पेसीशिप पर केंद्रित करेंगे"
    
    यह सुनते की जोर्ज के काम करने का तरीका तेज हो गया। उसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को जल्दी-जल्दी में आदेश दिए
    
    "रेडिएशन से बचाने के लिए इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड आगे कर दो"
    
    "स्पेसशिप के इर्द-गिर्द सुरक्षा चक्कर बनाओ"
    
    "सामने का सुरक्षा कवच पूरी एनर्जी पर रखो"
    
    "हमले से बचाव के लिए हर एक संभव कैलकुलेशन करो"
    
    जोर्ज को इस तरह से हरकत करते देख राज और मिशा समझ गए कि अब जरूर कुछ बड़ा होने वाला। राज ने जिकनोर से पूछा " ये गुरु वुवान के रेडिएशन वाले हमले का क्या मांजरा है??"
    
    जिकनोर ने पहले की तरह ही जवाब दिया। उसी मधुर आवाज में जो उसके सिस्टम के अंदर फिट थी। "अक्सर धर्मगुरु जब भी अपनी क्षमता का उपयोग करते हैं तब उनके शरीर से रेडिएशन निकलने लगती है, इन रेडिएशन को केंद्रित कर एक बड़ा हमला किया जा सकता है। "
    
    जल्द ही गुरु वुवान की स्पेसशीप में सामने की तरफ लगी पाइप की दिशा घूम कर जॉर्ज की स्पेसशीप की तरफ हो गई। फिर उससे चमकीले रंग की एक रोशनी निकलने लगी पर अभी वह उस पाइप के मुंह तक ही सीमित थी। ऐसे लग रहा था जैसे वो रोशनी हमले से पहले एक संकेत था; सावधान होने के लिए।
    
    ऐसा होते ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का स्कैनिंग मीटर फिर से तरंगों का संचालन कर कुछ कहने के लिए सामने आया।
    
    "हमले की तीव्रता 0 पॉइंट 7.... हमें बैकअप तैयार कर लेना चाहिए"
    
    जॉर्ज का माथा ठिठका "सच में..." वो तेजी से पीछे घुमा और स्पेसशीप में मौजूद 24 जनडोरवासी और तीनों धरती वासियों को हड़बड़ी में कहा "जल्दी स्पेसशिप के पीछे वाले हिस्से में जाओ और इमरजेंसी एग्जिट स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल करो.... हमला होता ही हम चकमा देकर सीधे प्रकाश गति से ट्रैवल करेंगे..... इतनी बड़ी स्पेसशिप को प्रकाश गति नहीं दी जा सकती है तब तक जब तक कोई लुप हाल ना मिले... लेकिन छोटे स्पेसक्राफ्ट तेजी से गति पकड़ सकते हैं"
    
    जितनी तेजी से उसने कहा था सब उतनी ही तेजी से पीछे की तरफ भागने लगे। राज मिशा और मिस्टर रावत भी उन लोगों में शामिल हो गए जो पीछे की तरफ भाग रहे थे। जॉर्ज को इस बात का अंदेशा हो गया था कि आगे क्या होने वाला है। जो भी चीज होगी वह कुछ बड़ी ही होगी। इतनी बड़ी कि उसने रुक कर हमला करने की भी नहीं सोची। रेडिएशन का स्तर 0 पॉइंट 7 है यह बात उसके कानों में पड़ते ही रोम-रोम तक चली गई थी। सब लोगों ने पीछे जाने वाले रास्ते के लिए लंबा गोल गलियारा पार किया और उस होल में जा पहुंचे जहां कई सारे स्पेसक्राफ्ट एक लाइन में खड़े थे। प्रत्येक स्पेसक्राफ्ट में 2 लोगों के बैठने की व्यवस्था थी। ऐसे में 24 जनडोर वासी मे से दो जनडोर वासियों को छोड़कर बाकी के 22 जनडोर वासी 2-2 के समूहों में बंट गए। जो 2 जनडोर वासी किसी भी समूह का हिस्सा नहीं बने थे, उनमें से वो अलग अलग मिशा और मिस्टर रावत को लेकर स्पेसक्राफ्ट में बैठ गए। जॉर्ज तेजी से पूरी स्पेसशिप का कंट्रोल छोड़ कर आया और राज के साथ अलग स्पेसक्राफ्ट में बैठा। पूरी स्पेसशिप में एक कभी न खत्म होने वाली चुप्पी छा गई। सब सामने शुन्य की ओर देख रहे थे। स्पेसक्राफ्ट के इंजन चालू नहीं थे क्योंकि जॉर्ज ने उसे चलाने का इशारा नहीं किया था। अपने स्पेसक्राफ्ट के अंदर बैठे जॉर्ज का ध्यान इस वक्त सामने की स्क्रीन पर छोटे से टीवी जैसे दिखने वाले डिवाइस पर था। वह डिवाइस उनकी स्पेसशिप के सामने का दृश्य दिखा रहा था। वही दृश्य जिसमें उनके सामने गुरु वुवान की स्पेस शिप खड़ी थी। फिर अचानक एक तेज रोशनी.... एक अत्यंत ही तेज रोशनी गुरु वुवान की स्पेसशिप से आगे की ओर निकली पाइप में से निकली और रोशनी के पुंज के रूप में सीधी एक लाइन में जॉर्ज की स्पेस शिप की ओर हो गई। उस रोशनी के पुंज की त्रिज्या उतनी ही थी जितने गोल पाइप की थी। पलक झपकते ही, शायद इससे भी कम समय में वह सबसे पहले स्पेस शिप के सामने के सुरक्षा कवच से टकराई। एक पल के लिए वो शक्तिपुंज रुकी लेकिन फिर दूसरे ही पल वह सुरक्षा कवच को भेदते हुआ मैग्नेटिक कवच से आ भिड़ी। मैग्नेटिक कवच भी शक्तिपुंज के आगे ज्यादा देर तक टिक नहीं सका। मात्र 5 सेकंड के अंतराल में ही मैग्नेटिक कवच टूट गया और फिर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सुरक्षा कवच जो एक गोल घेरे के रूप में स्पेसशिप के इर्द-गिर्द था उसकी बारी आई। वह भी 3 सेकंड से ज्यादा उस शक्तिपुंज के आगे नहीं टीका और शक्तिपुंज सामने से स्पेसशीप की दीवारों से टकराते हुए उसे चीरती चली गई। जॉर्ज की स्पेस शिप कोई मामूली स्पेसशिप नहीं थी, पृथ्वी वासियों के लिए तो यही स्पेसशिप कभी न हारने वाली चीज थी। लेकिन यहां गुरु वुवान के एकमात्र हमलें ने स्पेसशिप की सभी तकनीकों को धराशाई कर दिया। इतने सारे सुरक्षा कवचों के बाद भी वो लोग गुरु वुवान के हमले को नहीं रोक पाए।
    
    शक्तिपुंज के स्पेसशिप से टकराते ही जॉर्ज ने स्पेसक्राफ्ट के इंजन को चालू करने का इशारा किया। इंजन बटन दबाते ही स्टार्ट हो गए और इतने में शक्ति पुंज स्पेसशिप को दो हिस्सों में बांट चुका था। एक हिस्सा दाएं और के निर्वात अंतरिक्ष में तैरने लगा और दूसरा हिस्सा बाई और मौजूद ग्रह की तरफ गिरने लगा। अंतरिक्ष में रोशनी की चमक काफी अधिक हो गई। जॉर्ज बोला।
    
    "सब के सब रोशनी के किनारों से गुजरते हुए पीछे की ओर निकलेंगे....ध्यान रखना कोई भी इसे स्पर्श ना करें वरना पलक झपकते ही धूल में बदल जाओगे" जॉर्ज अच्छे से जानता था इस हमले की ताकत कितनी होगी ऐसे में वो जो भी सोच रहा था सोच समझकर ही सोच रहा था। जॉर्ज के बाद सभी के सभी स्पेसक्राफ्ट उड़ान भरते हुए शक्तिपुंज के साथ साथ पीछे की ओर गुरु वुवान की स्पेसशिप से दूर जाने लगे। इसके पीछे जॉर्ज की खास रणनीति थी। उसके अनुसार गुरु वुवान कि स्पेसशिप में इतनी क्षमता जरूर होगी कि वो लोग यह पता लगा सके कि सामने की स्पेसशिप से कोई बचा है या नहीं, या फिर कोई बाहर निकल कर गया है या नहीं। ऐसे में जिस शक्तिपुंज का हमला किया गया था उसकी रोशनी उनकी क्षमता को प्रभावित करेगी। उस रोशनी का अंतरिक्ष में अनंत दूरी तक सफर तय करना लाजमी था, ऐसे में वो लोग जितनी दूरी तक जाना चाहे उतनी दूरी तक सुरक्षित जा सकते थे। बिना गुरु वुवान यह नजरों में आए।
    
    यह जॉर्ज की ऐन वक्त पर की गई प्लानिंग थी जो स्पेस शिप में मौजूद 27 लोगों की जिंदगियां बचाएंगी। इससे एक बात और स्पष्ट होती है जॉर्ज की काबिलियत भी कम नहीं। वह स्पेसशिप का एक जिम्मेदार कप्तान है और उसे पता है लोगों की जान कैसे बचानी है। उसने एक बार भी यह नहीं सोचा की उसकी स्पेशशीप तबाह हो रही हैं। वैसे भी स्पेसशिप को तो दोबारा बनाया जा सकता है लेकिन जान कभी भी दोबारा पैदा नहीं की जा सकती। जीवन की जो अहमियत है उसे जॉर्ज भलीभांति से जानता था, और उसने उसके महत्व को भी अच्छे से समझा था। 

   30
4 Comments

Fiza Tanvi

20-Nov-2021 01:06 PM

Goid

Reply

Miss Lipsa

30-Aug-2021 08:49 AM

Nice

Reply

Javed Ali

20-May-2021 10:10 PM

Beautiful

Reply